Shiksha study abroad : विदेश में पढ़ने का क्या है महत्व और benefits?

Shiksha study abroad : विदेश में पढ़ने का क्या है महत्व और benefits?

विदेश में पढ़ना और जाॅब करना अब हर भारतीय स्टूडेंट्स का सपना हो गया है। आपको बता दें, Shiksha study abroad उनके करियर को अलग दिशा में ले जाता है। विदेश में पढ़ाई के दौरान स्टूडेंट्स जहां अपने international network को बढ़ाने से लेकर नई संस्कृति का अनुभव करते हैं। वहीं, वो अपने एजुकेशन और करियर को भी लाभ पहुंचा सकते हैं साथ ही videshi company में जाॅब कर सकते है। इसी वजह से हर साल विदेश में पढ़ाई करने वाले छात्रों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अभी लाखों स्टूडेंट्स कनाडा, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। 

दूसरे कंट्री में पढ़ने से स्टूडेंट्स को अपने language skills को सुधारने का मौका मिलता है। classes में किसी भी लैंग्वेज को पढ़ना फायदेमंद होता है। लेकिन इसे real दुनिया में लागू करना एक पूरी तरह से अलग experience होता है। language skill डेवलप करने से आपके करियर पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

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चलिए जानते है विदेश में पढ़ने के फायदे और importance

1. विदेश में पढ़ने का महत्व

विदेश में पढ़ने से छात्रों को अलग-अलग तरह के लाभ मिलते हैं जो नीचे दिए गए है:

  • क्वालिटी एजुकेशन: विदेश में क्वालिटी एजुकेशन दी जाती है। खासकर वहां जहां अलग-अलग देशों के अंतर्राष्ट्रीय छात्र हैं। 
  • अपने international education certificate से आपको सभी देशों में जाॅब के अच्छे अवसर मिल सकते हैं। 
  • दुनिया एक करियर platform बन जाती है, जो आपकी international नौकरी, काम या व्यवसाय की संभावनाओं को भी बढ़ा सकती है। 
  • किसी देश में बसना या future में दूसरे देशों में काम करना अब काफी आसान हो गया है।
  • विदेश में पढ़ाई करने से टाइम के साथ उस देश में या कहीं और बसने में मदद मिलती है। 
  • अगर आप बेहतर संवाद करने में सक्षम हैं तो आप एक वैश्विक नागरिक बन जाते हैं। 
  • यह आपके Resume/CV को प्रभावशाली बनाता है।
  • अलग-अलग तरह के लोगों और संस्कृतियों से मिलते है और अनुभव करते हैं।       
2. स्टडी अब्रॉड के top benefits क्या हैं

अलग-अलग देशों और संस्कृतियों में जीवन के अनुभव प्राप्त करना विदेशों में पढ़ाई करने का एक बड़ा attraction केंद्र है। जीवन को एक नए तरीके से start करना पहले डराने वाला हो सकता है। लेकिन एक नए देश में रहने की चुनौतियों पर काबू पाने से आपका self-confidence और स्वतंत्रता बढ़ेगी। किसी नई जगह के बारे में जानने का मतलब है कि नई चीजों को जानने और सीखने का आपको मौका मिलेगा। आप लोकल फूड, हिस्ट्री और कल्चर के बारे में जानेंगे। यहीं नहीं आपको आस-पास के कई देशों की यात्रा करने का मौका मिलेगा। इसके साथ ही आपको किसी देश को बेहतर तरीके से जानने की अनुमति भी देती है। 

3. विदेशी शिक्षा या भारत की शिक्षा में क्या है अंतर
S.NO.Indian EducationStudy Abroad
भारत में study के बीच आपके पास दूसरे courses में switch करने का option नहीं होता है।वहीं, अब्राॅर्ड में study के बीच में ही आप switch कर सकते हैं। और दूसरे कोर्स को चुन सकते हैं।
भारत में theoretical knowledge पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है।वहीं, अन्य विकसित देशों में practical knowledge पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। 
3.Indian Universities और Colleges लिमिटेड कोर्सेज प्रदान करता है। वहीं, International Universities और Colleges मल्टीपल कोर्सेज प्रदान करता है। 
    4. भारत में दूसरे देशों की तूलना में आपको बहुत कम skills सीखने का मौका मिलता है।वहीं,विदेश में आपको skills oriented एजुकेशन प्रदान किया जाता है।
      5. भारत के यूनिवर्सिटीज में लिमिटेड scholarships होते हैं।वहीं, दूसरे देशों की यूनिवर्सिटीज में बहुत तरह के scholarships होते हैं। 
      6. भारत के केवल टाॅप यूनिवर्सिटीज द्वारा ही अच्छी job opportunities मिलती है। वहीं, अब्राॅर्ड की famous स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी,​ हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी जैसे में पढ़ने के बाद बहुत अच्छी job opportunities मिलती है। 
4. विदेश में पढ़ने के बाद Career scope और salary

दूसरे देशों में जाॅब व सैलरी को लेकर हर साल national association of colleges                  and employers or US bureau of liberal statistics कोर्स को लेकर डाटा जारी करता है। ये जानने के लिए कि किस फील्ड में कितनी सैलरी मिलती है। इसके मुताबिक विदेशों में अच्छी सैलरी वाले कोर्स के बारे में चलिए जानते हैं। 

  • Mechanical Engineering: इस जाॅब में करीब 60 लाख रुपये सालाना मिलते हैं। इसमें अलग-अलग उद्योगों के लिए machinery और उनके पार्ट्स का डिजाइन व उनको डेवेलप कराया जाता है। 
  • Civil Engineering: वहीं, Civil Engineering करने के बाद साल में 60 लाख रुपये मिलते हैं। सिविल इंजीनियर पब्लिक और प्राइवेट सेक्टरों से संबंधित निर्माण परियोजनाओं जैसे सड़क, भवन, एयरपोर्ट का निर्माण और जरूरी सिस्टम का डिजाइन, निगरानी और रखरखाव करते हैं। ऑस्ट्रेलिया, यूएस, यूएई, कनाडा जैसी जगहों पर हर समय इनकी बंपर डिमांड रहती है। 
  • Biomedical Engineering: इसमें लगभग yearly 58 लाख रुपये मिलते हैं। मेडिकल के क्षेत्र में इस समय जमकर इंजीनियरिंग स्किल्स का इस्तेमाल हो रहा है। जिसे बायोमेडिकल इंजीनियरिंग कहा जाता है। इसका काम medical फील्ड में इस्तेमाल होने के साथ healthcare में इस्तेमाल होने वाले devices तैयार करना और उनका डिजाइन और रिसर्च करना है
  • Pharmaceutical Science: इस जाॅब में औसत 66 लाख रुपये साल में मिलते हैं। इसका काम नई दवाओं को डेवलप करना, उसका test और manufacturing करना है। साथ ही वे मरीजों को दवाओं के बारे में जागरूक करते हैं। कोरोना के बाद से इस field में भारी ग्रोथ हुआ है। कनाडा, आयरलैंड, न्यू जीलैंड, यूएस, स्वीडन, सिंगापुर, यूके में इसकी बहुत ज्यादा डिमांड है।
  • Finance: वहीं, इसमें लगभग 60 लाख रुपये साल में मिलते हैं। इन्‍हें money experts के तौर पर जाना जाता है। इनका कार्य क्लाइंट को वित्तीय प्रबंधन की सलाह देना और निवेश और सेवानिवृत्त योजना पर वित्तीय सलाह देना है। आज के समय में आयरलैंड, लक्जमबर्ग, हंगरी, यूएस, यूके, कनाडा, न्यू जीलैंड, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में अच्‍छा स्कोप है।
  • Petroleum Engineering: इस जाॅब में करीब 60 लाख रुपये सालाना है। इनका काम जमीन के नीचे से तेल और गैस निकालने के लिए ऐसे रास्ते खोजना है। जिससे कंपनी को फायदा मिले और पर्यावरण पर कम असर पड़े। यहां पर सुरक्षा को भी ध्यान में रखना होता है। यूके, डेनमार्क, नीदरलैंड, कनाडा, न्यूजीलैंड, यूएस, ऑस्ट्रेलिया, नॉर्वे जैसे देशों में इनकी डिमांड लगातार बनी रहती है।
5. विदेश में पढ़ने के लिए कैसे जाएं

 विदेश में किसी विश्वविद्यालय में आवेदन करे जिसके tips नीचे दिए गए हैं

  • चुनें कि आप किस प्रोग्राम के लिए आवेदन करना चाहते हैं।
  • वह कोर्स चुनें जिसमें आपका interest हो। कभी-कभी आप अपनी विशेषज्ञता और रुचियों के आधार पर कई पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  • TOEFL, IELTS या PTE जैसे language competitive exams की तैयारी करें। 
  • अगर जीआरई या जीमैट को क्रैक करने की जरूरत है, तो इसके लिए जाएं।
  • Online application form का इस्तेमाल करके ऑनलाइन आवेदन करें।
  • विदेश में अध्ययन करने के लिए अपने बजट की योजना बनाएं।
  • अपने सभी documents/papers को तैयार कर लें।
  • छात्र वीजा के लिए आवेदन करें और अपने देश में वीजा साक्षात्कार में भाग लें।
6. विदेश में पढ़ने से पहले क्या-क्या तैयारियां करनी होती है

विदेश में पढ़ने से पहले आपको आपकी primary/secondary एजुकेशन अच्छे मार्कस के साथ पूरी करनी होती है। और विदेश में पढ़ने से पहले आपको IELTS/PTE, TOEFL, CAE/CPE परीक्षा देनी पड़ती है। इसके लिए आपको इंग्लिश लैंग्वेज की अच्छी पकड़ होनी चाहिए। जिसके बाद आप विदेश में पढ़ाई कर सकते हैं। साथ ही आपके पास सारे educational documents और पेपरस होना चाहिए। यहीं नहीं आपके पास पासपोर्ट और वीजा का भी होना जरुरी है।

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1. अगर आप विदेश जाना चाहते हैं तो कौन सा कोर्स करें

अनुशासन राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र और कूटनीति के बीच एक मिश्रण है। इन क्षेत्रों में ज्ञान और विशेषज्ञता आपको सरकारी अनुसंधान अधिकारी, सार्वजनिक मामलों के सलाहकार, राजनियक या जनसंपर्क विशेषज्ञ के रुप में नौकरी खोजने में मदद करेगी।

2.  क्या गरीब स्टूडेंट्स विदेश में जाकर पढ़ सकते हैं?

अगर आप खुद को साबित कर सकते हैं तो आपको कोई नहीं रोक सकता है। आप हमेशा कुछ बेहतरीन और अंतर्राष्ट्रीय मेरिट-आधारित scholarship के लिए अप्लाई कर सकते हैं। अपनी योग्यता का प्रदर्शन करने पर आपको एजुकेशन लोन भी मिल सकता है।

3. विदेश जाने के लिए कितना पैसा लगता है?

यह डिपेंड करता है कि आप किस देश में जाना चाहते हैं, क्योंकि आपका मुख्य रुप से खर्चा फ्लाइट की टिकेट, वीजा की फीस और रहने खाने का होता है तो यह खर्चा लगभग 50,000 से 1 लाख रुपए तक का होता है। 

4. अमेरिका में पढ़ाई करने में कितना खर्च लगता है?

अमेरिका में एक छात्र की सालाना पढ़ाई और रहने का औसत खर्च 50 लाख रुपये 
 है। इस तरह अगर इस साल कुल सवा लाख छात्रों को वीजा मिलता है तो इससे 
 करीब 62500 करोड़ रुपये सिर्फ इंडिया से अमेरिका को मिलेंगे।

5. विदेश जाने के लिए कौन सी परीक्षा देनी पड़ती है?

कुछ सबसे लोकप्रिय और सबसे important international exams में SAT, MCAT, LSAT, GMAT, GRE, IELTS और TOEFL शामिल हैं। ये दुनिया भर के देशों में यूनिवर्सिटी और काॅलेजों में प्रवेश के लिए जरुरी है। 

Shruti Suman

Shruti Suman

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